काव्यानुवाद श्रीमद्भगवद्गीता
काव्यानुवाद श्रीमद्भगवद्गीता भगवान श्री कृष्ण इस अध्याय के शुरुआत में sharing of knowledge के विषय में अर्जुन से चर्चा करते
काव्यानुवाद श्रीमद्भगवद्गीता भगवान श्री कृष्ण इस अध्याय के शुरुआत में sharing of knowledge के विषय में अर्जुन से चर्चा करते
राम शरण रावण दलन एक बार माता पार्वती ने शिवजी से विजयादशमी के फल के बारे में पूछा। आश्विन शुक्ल
श्री राम की नगरी अयोध्या और दीपोत्सव दीपज्योतिः परब्रह्म दीपज्योतिर्जनार्दनः। दीपो हरतु मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ॥ शुभं करोतु कल्याणम् ,
बरबस राम सुमंत पठए हर्ष, उल्लास, आनंद, उत्साह जैसे अवधपुरी में छलक ही नहीं बरस रहा था। महाराज दशरथ ने
बरबस राम सुमन्त पठए हर्ष, उल्लास, आनंद, उत्साह जैसे अवधपुरी में छलक ही नहीं बरस रहा था। महाराज दशरथ ने
क्या सीता ने अग्नि परीक्षा दी थी सीता की अग्नि परीक्षा का विषय हमेशा से एक विवादास्पद विषय रहा है,
अधिक मास एवं उसका वैशिष्ट्य हमारे हिंदू कैलेंडर में हर तीसरे साल एक अतिरिक्त माह का प्राकट्य होता है जिसे
जब लगी अवाउ सीतहि देखी अनंत जलराशि से उठती उत्ताल तरंगें तट पर एक प्रहार सा करते हुए लौट जाती
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष यशोदा की गोद में आ गया कान्हा लोक – मानस में श्रीराम — मर्यादा पुरुषोत्तम तथा
श्रीमद्भगवद्गीता, द्वितीय अध्याय जैसा कि हमने प्रथम अध्याय में देखा कि अर्जुन अपने प्रतिद्वन्द्वियों (मार्केट प्लेयर्स) को देखकर मोहग्रस्त हो