सर्दियों में स्वाद भी, सेहत भी बैलेंस का फॉर्मूला

प्रियंका शाह, (सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट / लाइफस्टाइल कोच) कोलकाता

सदियाँ आ गई हैं—और इसके साथ ही आ गया है गर्मागर्म पराठों, गाजर के हलवे, सरसों के साग और लंबी दावतों का मौसम। हवा में ठंडक है, दिल में उमंग है, और प्लेट में स्वाद की भरमार। लेकिन इस मौसम की यही खासियत कई बार हमारी सेहत के लिए चुनौती बन जाती है।

 दरअसल सर्दियों में हमारी भूख अपने आप बढ़ जाती है। शरीर को ठंड से बचाने के लिए ज्यादा ऊर्जा चाहिए होती है, इसलिए हम ज्यादा खाते हैं—और अक्सर ज्यादा तैलीय और मीठा भी। मगर खुशखबरी यह है कि थोड़ी सी समझदारी और संतुलन से हम स्वाद और सेहत दोनों को साथ लेकर चल सकते हैं।

दिन की शुरुआत समझदारी से करें

सर्द सुबहों में उठते ही कुछ गरम खाने का मन करता है—और यही वक्त सबसे अहम होता है। सुबह का नाश्ता प्रोटीन से भरपूर रखें, जैसे मूंग का चीला, बेसन का टोस्ट, अंडे या दही के साथ फल। इससे दिनभर की ऊर्जा बनी रहती है और फालतू स्नैकिंग कम होती है। बीच-बीच में गुनगुना पानी या अदरक-नींबू की चाय पीते रहें। ठंड में पानी कम पीने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे पाचन और मेटाबॉलिज़्म धीमे पड़ जाते हैं।

सर्दियों के फ़ेवरेट खाने मज़े लें, पर मरा समझें
गाजर का हलवा, गुड़ की रोटी, पनीर की सब्ज़ी—इन सबका स्वाद ही सर्दियों की पहचान है। इन्हें खाने से घबराने की ज़रूरत नहीं, बस प्लेट का साइज़ और टाइमिंग समझिए। भोजन से पहले एक कटोरी सलाद या सूप लें, इससे पेट आधा भर जाएगा और आप अनजाने में ओवरईट नहीं करेंगे। मिठाई खाएँ, मगर सीमित मात्रा में। जैसे मैं अपने क्लाइंट्स से कहती हूँ—“पहला निवाला खुशी देता है, पाँचवाँ सिर्फ अपराधबोध।”

पार्टी से पहले की तैयारी ज़रूरी है
कभी भी शादी या पार्टी में भूखे पेट मत जाइए। “कैलोरी बचानी है” सोचकर खाना स्किप करना अक्सर उल्टा पड़ता है। इसके बजाय, निकलने से पहले कुछ हल्का लेकिन पेट भरने वाला खा लीजिए—ग्रीक योगर्ट फ्लैक्ससीड्स के साथ, सौटे किया हुआ पनीर सब्ज़ियों के साथ, या मुट्ठीभर ड्राय फ़्रूट्स। यह ब्लड शुगर को स्थिर रखता है और जब आप उस शानदार डेज़र्ट स्प्रेड के सामने होंगे, तब सही फैसला ले पाएँगे।

शादी में खाने की स्ट्रैटेजी
शादियों का खाना आपको ओवरव्हेल्म करने के लिए ही डिज़ाइन किया जाता है—और यही उसका मज़ा भी है। शुरुआत सूप या सलाद से कीजिए ताकि फाइबर और हाइड्रेशन मिल जाए। इसके बाद अपनी पसंदीदा चीज़ें सोच-समझकर चुनें। हर आइटम को प्लेट में रखने की ज़रूरत नहीं। मैं अक्सर अपने क्लाइंट्स को “थ्री-बाइट रूल” सुझाती हूँ— पसंद का खाना खाइए, लेकिन बस उतना, जितना स्वाद का आनंद दे, बोझ न बने। अगर कोई चीज़ बेहद लाजवाब लग रही है—वो मलाई टिक्का हो या चॉकलेट मूस—तो जानबूझकर सिर्फ तीन बाइट लीजिए। टेक्सचर को महसूस कीजिए, फ्लेवर का आनंद लीजिए, और उस छोटी-सी याद को भी, जो वह स्वाद आपके भीतर जगाता है। क्रेविंग को शांत करने के लिए इतना ही काफी होता है।

मुंबई की एक एक्ट्रेस, जिसके साथ मैं काम करती हूँ, इस टिप पर कसम खाती है। वह कहती है, “मैं हर शादी के बाद गिल्टी फील करती थी। अब मैं धीरे खाती हूँ, कोर्सेज़ के बीच थोड़ा-सा डांस कर लेती हूँ, और शादी से ऐसे निकलती हूँ जैसे मैंने सेलिब्रेट किया है—सरेंडर नहीं।”

अगर आप ध्यान से देखें तो सर्दियों की अपनी पैदावार ही हमारे शरीर की ज़रूरतों को समझती है। ताज़ी सब्जियाँ—जैसे मेथी, सरसों, गाजर, चुकंदर—और विटामिन C से भरपूर आँवला, सभी आयरन, एंटीऑक्सीडेंट्स और प्राकृतिक गर्माहट का बेहतरीन स्रोत हैं।पारंपरिक गजक या चिक्की? ये तो लगभग नेचुरल एनर्जी बार की तरह हैं—तिल में हेल्दी फैट्स और गुड़ में भरपूर मिनरल्स। सही मात्रा में खाए जाएँ तो ये आपकी इम्युनिटी, स्किन हेल्थ, और एनर्जी लेवल तीनों को मजबूत बनाते हैं।

रिफाइंड मिठाइयों की जगह घर में बने गुड़ या घी वाले हलवे की छोटी मात्रा लें। अपने भोजन में बाजरा या ज्वार की रोटियाँ शामिल करें। और घी को दुश्मन नहीं समझें—मॉडरेशन में लिया गया घी आपके जोड़ों, पाचन, और मेटाबॉलिज़्म के लिए एक नैचुरल लुब्रिकेंट है। सर्दियों की असली दोस्त छोटे-छोटे बदलाव हैं—छोटे कदम, बड़ा असर।

 

मेरी एक क्लाइंट रिया ने पिछले साल लगातार शादियों का मौसम बिना किसी गिल्ट के इंजॉय किया। उसने “3:1 रूल” अपनाया—तीन बैलेंस्ड मील्स, फिर एक छोटा-सा ट्रीट। नतीजा? उसने हर फंक्शन का मज़ा लिया और वजन भी नहीं बढ़ा। दूसरी ओर, अर्जुन ने सिर्फ एक बदलाव किया—सोडा छोड़कर स्पार्कलिंग नींबू पानी लेना शुरू किया। इस छोटे बदलाव से उसे न सिर्फ डाइजेशन बेहतर मिला बल्कि ब्लोटिंग भी गायब हो गई।

मूव करें, हाइड्रेट करें, और आराम करें
ठंड को आपको स्लो नहीं करने दीजिए। मूवमेंट नॉन-नेगोशिएबल है। यहाँ तक कि 20 मिनट की तेज़ वॉकिंग या संगीत में डांसिंग भी काउंट होती है। मैं अक्सर क्लाइंट्स से कहती हूँ – ट्रेडमिल की क्या जरूरत जब डांस फ्लोर मौजूद है।

हाइड्रेशन एक और साइलेंट हीरो है। ठंड हमें पानी पीना भुला देती है, लेकिन डिहाइड्रेशन स्किन को डल करता है और बेवजह भूख लगाता है। तुलसी, दालचीनी या सौंफ के साथ गुनगुना पानी पीते रहिए। ये डाइजेशन को सूद करता है और रात की लंबी रेवेलरी में एनर्जी स्टेबल रखता है।

बैलेंस की लग्जरी
मेरे एक लॉन्ग-टाइम क्लाइंट रोहित, एक यंग एंटरप्रेन्योर ने कहा: “आपने मुझे सिखाया कि डिसिप्लिन का मतलब ‘ना’ कहना नहीं है — ये जानना है कि कब रुकना है।” यही वेलनेस का सार है।

 

तो इस सर्दी में, कैलोरीज़ मत गिनिए — यादें गिनिए। आपकी प्लेट सेलिब्रेशन और कॉन्शसनेस दोनों को रिफ्लेक्ट करे। हलवा खाइए, शैम्पेन पीजिए, लेकिन हाइड्रेट भी कीजिए, मूव कीजिए, और रेस्ट भी कीजिए। क्योंकि असली सेहत डिनायल के बारे में नहीं है; ये डिज़ाइन के बारे में है। और जब आप उस शादी में अंदर से ग्लो करते हुए वॉक इन करेंगे — शांत, नरिश्ड, कॉन्फिडेंट — आपको एहसास होगा कि बैलेंस कभी बोरिंग नहीं था। ये हमेशा से खूबसूरत था।

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