स्वास्थ्य ही धन है

वर्तमान में अच्छा स्वास्थ्य ईश्वर के वरदान की तरह है। अच्छा स्वास्थ्य एक मनुष्य द्वारा उसके जीवनकाल में कमाई हुई सबसे अमूल्य संपत्ति है। स्वास्थ्य अच्छा रहने पर धन कमाना सहज है, किंतु धन के माध्यम स्वास्थ्य अच्छा बनाए रखना संदेहास्पद है। स्वास्थ्य अच्छा बनाए रखने के लिए योग, ध्यान, नियमित शारीरिक व्यायाम, नियमित शरीर की जांच, अच्छे एवं संतुलित आहार और अच्छे विचारों की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही एक स्वस्थ शरीर को रोगग्रस्त बना देता है। रोग रहित व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफलता अर्जित कर सकता है।

अच्छे स्वास्थ्य का मुख्य स्रोत संतुलित आहार होता है। साथ ही नियमित व्यायाम भी आवश्यक होता है।

जीवन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हमें कुछ बातों का ख्याल रखना होगा जैसे कि नियमित रूप से संतुलित आहार का सेवन करते हुए शरीर पर दुष्प्रभाव डालने वाले आहार का परहेज करना होगा। दिनचर्या में रात को जल्दी सोने एवं सुबह जल्दी उठने की आदत डालनी होगी। ऐसा करने से हमारा मस्तिष्क भी स्वस्थ रहेगा। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन अत्यन्त आवश्यक है। आजकल सुबह उठते ही चाय का सेवन अधिकतर लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया है, यह आदत सही नहीं है। फ्रीज के ठंडे पानी का उपयोग बिलकुल ना करें। प्रतिदिन प्रातः कम से कम 30 मिनट व्यायाम अवश्य करें।

अपने घर एवं वातावरण को स्वच्छ रखने का पूरा प्रयास करें। घर की फर्श को फिनायल या अन्य कीटाणु नाशक वस्तुओं से साफ करें। आजकल लोग शरीर से सुस्त होते जा रहे हैं, उनके जीवन में धन का प्रभाव हावी होता जा रहा है। शारीरिक श्रम से लोग कतराने लगे हैं। उन्हें लगता है धन से सब कुछ हासिल किया जा सकता है। यह विचार गलत है, ऐसे ही विचारों के कारण अल्पायु में ही लोग तरह-तरह के रोगों का शिकार होने लगे हैं। हमें अपने विचारों में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। हमें इस बात को भली भांति समझना होगा कि "स्वास्थ्य ही धन है"।

योगेश कुमार अवस्थी, कोलकाता