अपनी जीवन शैली को सुधारने की परिकल्पना करके उस पर डिगे रहने का निर्णय लेना ही सबसे महत्वपूर्ण कार्य है और साथ में मुश्किल भी। हम जब भी तन-मन और आत्मा से गहरा चिंतन करते हैं उसी समय हम एक स्वस्थ शरीर और एक स्वस्थ मस्तिष्क की ओर कदम बढ़ाते हैं, जो पूरी जिंदगी हमारे साथ होता है। चाहे वह संतुलित पौष्टिक खाना हो, वजन कम करना हो, तनाव कम करना हो या अच्छी निद्रा लेना हो, इन सबको पाने के लिए बुरी आदतों को अच्छी आदतों में परिवर्तित करना चाहिए और सदैव प्रसन्न रहना चाहिए। स्वस्थ जीवन शैली को हम अपनाने का बेहतरीन मौका आज से प्रारंभ कर सकते हैं, इसके लिए कदापि देर नहीं हुई है बस कुछ सूझ-बूझ से युक्त कदम उठाने होंगे।
मानसिक प्रतिबद्धता (कमिटमेंट) का होना अनिवार्य है। कहते हैं, कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है जिसकी महत्ता WHO (World Health Organization) अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने भी स्वीकार किया है कि "स्वस्थ शरीर आपके पूरे शरीर की रक्षा करता है साथ में गंभीर बीमारी, विकलांगता और असमय मृत्यु को भी रोकता है"। अंजी डेलमोर, सर्टिफाइड नर्स कोच स्वास्थ्य सम्बंधित सलाहकार के अनुसार, कमजोर मानसिक स्वास्थ्य मनुष्य की ऊर्जा को भी कमजोर बनाता है। “एक सकारात्मक सोच ही उत्तम स्वास्थ्य की उत्प्रेरक है” ऐसा वह मानती हैं। यही सकारात्मक प्रभाव समाज से, दोस्तों से हमें जोड़ता है और हमको सफल बनाने में सहयोग करता है। हमेशा सक्रिय रहें, टहलना, घर साफ़ करना, नृत्य, बागवानी और साइकिल चलाएं। प्राणायाम करें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से भी कभी छुट्टी लें और अपने मस्तिष्क को आराम दें, सामाजिक बनें और बेहद महत्वपूर्ण 7 से 8 घंटे की पूरी निद्रा लें। आध्यात्मिक स्वास्थ्य भी बहुत महत्वपूर्ण है स्वस्थ और संतुलित जीवन शैली के लिए।